राम मंदिर के दरवाजे बनाने के लिए कारीगरों की हो रही तलाश
अयोध्या। रामलला के दिव्य और भव्य मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर का प्रथम तल इस वर्ष अक्टूबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। जनवरी 2024 में गर्भगृह में रामलला विराजेंगे। मंदिर निर्माण क्षेत्र में राजस्थान से आए पत्थरों पर कारीगर डिजाइन उकेर रहे हैं। खूबसरती के साथ एक एक पत्थर को मंदिर में लगाने के लिए तैयार किया जा रहा है।
राम मंदिर में 44 दरवाजे लगाए जाएंगे, जिसके लिए महाराष्ट्र के जंगलों में सागौन की लकड़ी की कटाई हो रही है। महाराष्ट्र सरकार से लकड़ी खरीदी जा चुकी है। इसमें तकरीबन एक हजार सात सौ घन फीट लकड़ी लगेगी। लकड़ी को निर्धारित माप में काट कर अयोध्या लाया जाएगा। राम जन्मभूमि परिसर में दरवाजों के निर्माण की योजना है।
मंदिर के प्रत्येक तल पर लगने वाला दरवाजा नौ फीट ऊंचा व सात फीट चौड़ा होगा। इन दरवाजों पर विशेष तरह की आकृतियां होंगी, जैसे कलश, सूर्य, चक्र, शंख, गदा और विविध फूल। राम मंदिर तीन तल का होगा। इसके प्रत्येक तल पर 14-14 दरवाजे होंगे। मंदिर के दरवाजे निर्मित किए जाने के लिए अब कारीगरों पर भी नजर दौड़ाई जा रही है। ट्रस्ट व कार्यदायी संस्था कुशल कारीगरों की तलाश कर रही है। यूपी के आगरा के अलावा राजस्थान के कुछ स्थानों के लकड़ी कारीगरों पर विचार चल रहा है। ये कारीगर यहीं पर कैंप कर परिसर में ही निर्धारित माप के दरवाजे बनाएंगे। इस समय मंदिर के प्रथम तल का निर्माण चल रहा है।