hari bol

भारत फिर से बनेगा जगद्गुरु – स्वामी हरि चैतन्य पुरी

भारत फिर से बनेगा जगद्गुरु – स्वामी हरि चैतन्य पुरी

मुंबई। श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर स्वामी हरि चैतन्य पुरी ने कहा कि भारत फिर से जगद्गुरु के पद पर प्रतिष्ठापित होगा। गोरेगांव ( पश्चिम ) स्थित आई. बी. पटेल स्कूल ग्राउंड में आयोजित विराट धर्म सम्मेलन में भक्त समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विभिन्न आक्रमणकारी हमारे देश से सोना, चांदी, हीरे, जवाहरात, कोहिनूर जैसे खज़ाने लूटकर ले गए, लेकिन अध्यात्म ज्ञान अभी भी हमारे मनीषियों के मस्तिष्क में है। उसका व्यवसाय बनाकर नहीं बल्कि निस्वार्थ भाव से चंद लोग भी एकजुट होकर प्रचार प्रसार करने में जुट जाएं तो भारत फिर से जगद्गुरु बनेगा।
उन्होंने कहा कि धर्म विज्ञान सम्मत है ढकोसला नहीं। लोगों ने अपने तुच्छ स्वार्थों के लिए उसे ढकोसला बनाने का प्रयास किया है। धर्म और विज्ञान एक दूसरे के पूरक कहने में अतिशयोक्ति नहीं होगी। धर्म से विज्ञान दूर होने पर ही ढोंग, पाखंड, अंधविश्वास, रूढ़िवादिता को प्रवेश मिलता है तथा विज्ञान से भी धर्म दूर होने पर ही ऐसा धर्म विहीन विज्ञान विकास का नहीं विनाश का कारण बनता है।
हरि चैतन्य पुरी ने कहा कि संपूर्ण विश्व आज युद्ध की संभावनाओं के यंत्रणा काल से गुजर रहा है। हम सभी समस्त प्रकार की संकीर्णताओं और मतभेदों को त्यागकर आपसी प्रेम, एकता, सद्भाव व सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखें। विश्व शांति के अग्रदूत हमारे प्यारे भारत वर्ष में आज अशांति दुर्भाग्यपूर्ण व चिंता का विषय है। हम अशांति के घटक ना बने, शांति का साम्राज्य स्थापित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे ,यहां शांति होगी व यही से एक बार फिर से शांति का संदेश सारी दुनिया में भारत की पवित्र धरा से ही पहुंचेगा। हमारा प्यारा भारत जगद्गुरु रहा है, आज कमियां भारत में नहीं हम भारतवासियों में आयी है, विचारपूर्वक उन्हें दूर करें। पड़ोसी राष्ट्र को चेतावनी  देते हुए उन्होंने कहा कि पाक को अपने नापाक इरादे बदलने चाहिए। भारत को आतंक के साये में पिछले कई दशक से अघोषित युद्ध की स्थिति में झोंक रखा है। आए दिन होने वाली घुसपैठ, आतंकवादी हमले, आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप चलाकर सैनिकों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार करके अमानवीयता की  सारी हदें तोड़ रखी है। पाक इन नापाक हरकतों से बाज आए वरना हमेशा की तरह मुंह की खानी पड़ेगी। चीन को भी आगाह करते हुए कहा कि यह भारत वर्ष तब का भारत वर्ष नहीं। आज हमारी सैन्य शक्ति दुनिया में बहुत मजबूत है। हमने कभी युद्ध नहीं चाहा, हम पर हमेशा युद्ध थोपे गए। भारत सर्वे भवन्तु सुखिनः व विश्व बंधुत्व का भाव रखता है, पृथ्वी ही नहीं संपूर्ण ब्रह्मांड में शांति चाहता है।
स्वामी हरि चैतन्य पुरी ने कहा कि भारत जैसे पवित्र राष्ट्र में जहां श्रीराम, श्रीकृष्ण जैसे अवतारों ने गाय की सेवा व पूजा करके महिमा प्रतिष्ठापित की हो, वहां गायों की दुर्दशा व गौहत्या शर्मनाक है, जिस पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिये। जिस देश में वर्ष में दो बार नवरात्रि व विभिन्न मांगलिक अवसरों पर कन्या पूजन किया जाता हो, वहां  कन्या भ्रूण हत्या जैसा जघन्य अपराध निंदनीय व शर्मनाक है। घटता हुआ लिंग अनुपात भविष्य के लिए चिंता का विषय है व कन्या भ्रूण हत्या के विरुद्ध कठोर कानून बनने चाहिए तथा समाज में जागृति पैदा करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा आज लोग अधिकारों के लिए जागरूक हुए है अच्छी बात है लेकिन राष्ट्र व समाज के लिए अपने कर्तव्यों को भी पहचानें व पालन करें तो और भी अच्छा होगा।  समाज की विभिन्न जटिलतम समस्याओं का राजनीतिकरण न करके आपसी प्रेम मेलजोल व सौहार्दपूर्ण वातावरण में सुलझाने का प्रयास करें।  
उन्होने कहा कि हर प्रकार की संकीर्णताओं व मतभेदों को त्याग कर आपसी प्रेम,एकता व सद्भाव बनाए रखें। अशांत व्यक्ति को कहीं सुख नहीं मिल सकता। इसलिए जीवन में शांति को जीवन में प्रमुखता से स्थान दें। परिवार ,नगर, राष्ट्र में व समाज में शांति का साम्राज्य स्थापित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। अपने जीवन को राष्ट्रीयता, मानवता, प्रेम भक्ति से व परोपकार से परिपूर्ण बनाएं।  अंधविश्वास, कुरीतियों और बुराइयों, गंदे व्यसनों, वैर, विरोध राग,द्वेष, ईर्ष्या, अन्याय ,विकारों से रहित अपना जीवन बनाएं। पाश्चात्य सभ्यता का अंधानुकरण त्याग कर देश की अमूल्य व महान संस्कृति के महत्व को समझकर अपने जीवन में उतारें।
अपने धाराप्रवाह प्रवचनों से उन्होंने सभी भक्तों को मंत्रमुग्ध व भाव विभोर कर दिया। सारा वातावरण भक्तिमय हो उठा व ‘श्री गुरु महाराज’ ‘कामां के कन्हैया’ व ‘लाठी वाले भैया’ की जय जयकार से गूंज उठा।
धर्म सम्मेलन समारोह में पूर्व राज्यमंत्री विधायक विद्या ठाकुर, भाजपा महाराष्ट्र उपाध्यक्ष जयप्रकाश ठाकुर, पूर्व उपमहापौर दिलीप पटेल, मुंबई भाजपा उपाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी, अधिवक्ता ज्ञानमूर्ति शर्मा, नगरसेविका संगीता शर्मा, नगरसेवक दीपक ठाकुर, नगरसेवक संदीप पटेल व जितेंद्र सिंह आदि इस अवसर पर उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post शिल्पकारों का देश के विकास में अहम योगदान
Next post वैष्णोदेवी तीर्थयात्रियों ने किया भगवान विश्वकर्मा का दर्शन