
राजनैतिक दलों ने विश्वकर्मा समाज को सिर्फ वोट बैंक समझा
गांधी मैदान में विश्वकर्मा राजनीतिक अधिकार महारैली
कारपेंटर्स न्यूज़ @ पटना। राजनीतिक भागीदारी अब हमारी जरूरत बन चुकी है। अब समय आ गया है कि हमें सत्ता में सम्मानजनक भागीदारी मिले। बिहार की सभी बड़ी पार्टियों ने वर्षों से हमें केवल वोट बैंक समझा है। लेकिन, सत्ता में प्रतिनिधित्व देने से हमेशा कतराती रही हैं। यदि आने वाले विधानसभा चुनाव में हमारी भागीदारी सुनिश्चित नहीं की गई तो महासंघ वैकल्पिक रास्ता अपनाने के लिए बाध्य होगा।
भारतीय विश्वकर्मा महासंघ की ओर से गांधी मैदान में आयोजित विश्वकर्मा राजनीतिक अधिकार महारैली को संबोधित करते हुए संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनंद विश्वकर्मा ने उक्त बातें कहीं। उन्होंने आगे कहा कि बारिश जैसी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद गांधी मैदान में उमड़ी भीड़ इस बात का प्रमाण है कि समाज अब जाग चुका है। यदि आगे भी आप ऐसे ही एकजुट रहें तो हमें राजनीतिक हिस्सेदारी मिलने से कोई रोक नहीं सकता। पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के पौत्र इंद्रजीत सिंह बब्बू ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम से लेकर राष्ट्र निर्माण तक विश्वकर्मा समाज का योगदान ऐतिहासिक रहा है। लेकिन हमें आज भी नजरअंदाज किया जा रहा है। अब यह अन्याय नहीं चलने वाला है। यूपी के पूर्व शिक्षा मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीतिक हिस्सेदारी कोई एहसान नहीं, यह हमारा हक है। समाज की उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हरियाणा से तेलू राम जांगड़ा, राजस्थान से मुकेश जांगिड़, केरल से रितीश विश्वकर्मा, गोवा से मुकेश पांचाल, पश्चिम बंगाल से शैलेश विश्वकर्मा, दिल्ली से आत्मा राम पांचाल, कमलेश सिंह, संदीप विश्वकर्मा, डॉ. संजीव पोद्दार, नवीन शर्मा, राकेश शर्मा, सोनू विश्वकर्मा, जुगनू विश्वकर्मा जैसे दिग्गज नेताओं ने भी एक सुर में सत्ता में भागीदारी की जोरदार मांग उठाई।
इस रैली में पंजाब, केरल, उत्तर प्रदेश, गोवा के साथ ही देश के कोने-कोने से आए समाज के प्रमुख प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने मंच से अपनी एकजुटता का परिचय दिया। खासकर महिलाओं की प्रभावशाली भागीदारी रही। सुजाता शर्मा, सुनीता सोनी, मीना शर्मा, पूनम मनी शर्मा आदि महिला नेताओं ने समाज की एकता, अधिकार और सम्मान की बात को मंच के माध्यम से उठाया। इस कार्यक्रम का संचालन भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता दिवाकर शर्मा ने किया। गांधी मैदान ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बना। जब देशभर से आए विश्वकर्मा समाज के प्रतिनिधियों ने राजनीतिक अधिकारों की मांग को लेकर शक्ति प्रदर्शन किया।