फर्नीचर कारोबारी के घर पर बुलडोजर चलवाने वाले एसडीएम को हटाया

मुरादाबाद। फर्नीचर के रुपये मांगने पर फर्नीचर कारोबारी के घर पर बुलडोजर चलवाने के आरोपी बिलारी के एसडीएम घनश्याम वर्मा को हटा दिया गया। उन्हें मुख्यालय संबद्ध किया गया है। एडीएम (प्रशासन) सुरेंद्र कुमार द्वारा पूरे दिन की गई जांच के बाद डीएम को शाम को सौंपी गई रिपोर्ट के बाद यह कार्रवाई की गई है। उनके स्थान पर एसीएम (प्रथम) राजबहादुर को बिलारी का नया एसडीएम नियुक्त किया गया है।

बिलारी तहसील क्षेत्र के स्टेशन रोड निवासी फर्नीचर कारोबारी जाहिद अहमद के घर की दीवार एसडीएम घनश्याम वर्मा के आदेश पर तहसील प्रशासन ने नगर पालिका की टीम के साथ पहुंच कर ढहा दी थी। एसडीएम का कहना था कि तालाब की भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण करने के कारण यह कार्रवाई की गई है। इस संबंध में फर्नीचर कारोबारी जाहिद का कहना है कि बिलारी में तैनात एसडीएम घनश्याम वर्मा उनके घर के पास ही आर्शीवाद फर्नीचर के नाम से उनके फर्नीचर शोरूम में फर्नीचर पसंद कर गए थे। एसडीएम के आदेश के अनुसार फर्नीचर उनके बिलारी आवास और मुरादाबाद आवास भेज दिया गया था, जिसकी कीमत 1 लाख 48 हजार रुपये थी। जाहिद का आरोप है कि उन्होंने जब बिल भेजकर पैसे मांगे तो एसडीएम ने कोई जवाब नहीं दिया। उसके बाद एसडीएम दोबारा शोरूम आए और बताया कि उनकी बेटी अलका वर्मा हरदोई में डिप्टी जेलर के पद पर तैनात हैं और उनके घर के लिए भी सामान भेजना है। शोरूम में सामान पसंद करने के बाद उन्होंने सारे सामान की पैकिंग कराई। पूरा सामान गाड़ी मंगाकर मजदूरों के साथ हरदोई भेजा। 5 जुलाई 2022 को हरदोई सामान पहुंचने के बाद दोबारा से फर्नीचर कारोबारी 1 लाख 19 हजार रुपये का बिल लेकर एसडीएम के पास पहुंचे। व्यापारी के मुताबिक इस दौरान उनके साथ अभद्रता की गई।

इसके बाद व्यापारी ने मुरादाबाद के जिलाधिकारी और कमिश्नर को शिकायत पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। जिसके बाद डीएम ने मामले की जांच एडीएम (प्रशासन) सुरेंद्र कुमार को सौंप दी थी। घटना के बाद से ही यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ था। मामले की जांच के लिए एडीएम (प्रशासन) बिलारी पहुंच गए थे। उन्होंने वहां पहुंच कर तालाब की पैमाइश कराई। फर्नीचर कारोबारी जाहिद अहमद तथा एसडीएम घनश्याम वर्मा समेत कई अन्य लोगों के भी बयान दर्ज किए। उन्होंने अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी।

इस रिपोर्ट के बाद देर शाम डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने एसडीएम बिलारी घनश्याम वर्मा को वहां से हटाकर जिला मुख्यालय संबद्ध कर दिया है। उन्होंने उनके स्थान पर जिला मुख्यालय पर तैनात अपर नगर मजिस्ट्रेट (प्रथम) राज बहादुर सिंह को बिलारी तहसील का एसडीएम नियुक्त किया है।

मुरादाबाद के डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बिलारी के एक फर्नीचर कारोबारी ने फर्नीचर के रुपये मांगने पर एसडीएम द्वारा उसके घर की दीवार ढहाने का आरोप लगाया गया था। एडीएम (प्रशासन) को इसकी जांच के लिए भेजा गया था। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में तालाब की भूमि पर अवैध कब्जा पाया गया है लेकिन व्यापारी को जो नोटिस दी गई थी उसमें समय 15 दिन न देकर एक सप्ताह के भीतर ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। व्यापारी और एसडीएम के बयान में भी काफी अंतर है जिसकी सत्यता की पड़ताल की जाएगी। फिलहाल जांच की निष्पक्षता प्रभावित न हो इसके लिए एसडीएम को हटाकर उन्हें मुख्यालय संबद्ध कर दिया गया है। उनके स्थान पर एसीएम (द्वितीय) राजबहादुर को बिलारी का एसडीएम नियुक्त किया गया है। कमिश्नर को प्रारंभिक जांच रिपोर्ट भेज दी गई है।

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