
ग्रीनप्लाई हिंदुस्तान की शान अवार्ड्स में हुआ शिल्पकारों का सम्मान
वुड पैनल इंडस्ट्रीज का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार
मुंबई @ कारपेंटर्स न्यूज़। इंटीरियर इंफ्रास्ट्रक्चर उद्योग की अग्रणी कंपनी ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज लिमिटेड की ओर से आयोजित हिंदुस्तान की शान अवार्ड्स के तीसरे सीजन का आयोजन अंधेरी स्थित द ललित होटल में किया गया। ग्रीनप्लाई की ओर से देश के प्रतिभाशाली ठेकेदारों और कारपेंटरों की कला और हुनर को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान और पहचान दिलाने के लिए आयोजित सम्मान समारोह में देश भर के प्रतिभागियों ने भाग लिया। महाराष्ट्र राज्य के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा और लेखक-कवि-अभिनेता शैलेष लोढ़ा ने राष्ट्रीय विजेताओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कारपेंटरों की सराहना करते हुए कहा कि कारपेंटरों के बिना सुखमय जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती।
मेहनतकशों के सम्मान से देश का होगा विकास : मंगल प्रभात लोढ़ा
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा कि 40 साल पूर्व राजेश मित्तल ने ग्रीनप्लाई का जो पौधा लगाया था आज वह बड़ा आकार ले लिया है।
इंटीरियर इंफ्रास्ट्रक्चर उद्योग के क्षेत्र में ग्रीनप्लाई का प्रतिष्ठित नाम है। उन्होंने कहा कि भारत को कभी सोने की चिड़िया कहा जाता था, तब उस समय मेहनत करने वालों का सम्मान हुआ करता था। लेकिन आज देश में मेहनत करने वालों का सम्मान नहीं होता है। जबकि देश के विकास में मेहनत करने वाले श्रमिकों का सबसे बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में संघर्ष होता है, नसीब जिसका साथ देती है वह आगे निकल जाता है। लेकिन आगे बढ़ जाने के बाद भी आदमी को अपनी जमीन नहीं भूलना चाहिए। लोढ़ा ने कहा कि मैं मुंबई में 1979 में आया। 12 साल एक छोटे से कमरे में गुजारा। लंबे संघर्ष के बाद सफलता मिली। उन्होंने कहा कि स्किल देश का भविष्य है। पीएम विश्वकर्मा योजना में महाराष्ट्र में 40 हजार लोगों ने प्रशिक्षण लिया है, इससे कारीगरों की आजीविका में तेजी से सुधार हुआ है।
ग्रीनप्लाई कर रहा हुनर सम्मान : शैलेष लोढ़ा
लेखक-कवि-अभिनेता शैलेष लोढ़ा ने कहा कि मजबूत राष्ट्र का निर्माण तभी होगा जब प्रतिभाओं का सम्मान होगा। हमारे देश में शिल्पकारों ने ऐसी कृतियां बनाई है जिसको देखने के लिए दुनिया भर से लोग भारत आते हैं। उन्होंने कहा कि सफलता अगर दिमाग में बैठ गया तो कुछ नहीं किया जा सकता है। गाड़ी चलाने के लिए रियर ग्लास में नहीं देखते बल्कि सामने देखते हैं। दुनिया में आलोचक नहीं बल्कि रचना करने वालों की तस्वीर लगाई जाती है।
सोसायटी के साथ चलने पर मिलती है कामयाबी : राजेश मित्तल
ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक राजेश मित्तल ने कहा कि देश की सीमा पर दुश्मनों से मोर्चा लेने वाले सेना के जवानों की वजह से हम सब अमन चैन की सांस ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपनी ग्रोथ तभी मुमकिन है जब हम सोसायटी के साथ चलें और काम से कामयाबी तक मुकाम हासिल करें। मित्तल ने कहा कि तीन साल पूर्व शुरू किया गया हिंदुस्तान की शान कार्यक्रम का सफर आज कारवां बन गया है। हम कारपेंटरों के साथ मजबूत संबंध बनाना चाहते हैं। ग्रीनप्लाई ने कारपेंटरों के लिए कई लाभकारी कार्यक्रम शुरू किया है। ग्रीनप्लाई अपने भागीदारों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक दृढ़ समर्थक रहा है। ग्रीनप्लाई ने ग्रीन समृद्धि प्रोग्राम शुरू किया है, जिससे ठेकेदारों और कारपेंटरों को सोशल प्रॉफिट होगा। इसके अलावा ग्रीनप्लाई कारपेंटरों के बच्चों को इंटर्नशिप कार्यक्रमों में शामिल होने और छात्रवृत्ति प्राप्त करने के अवसर को प्रदान करता है, जो समुदाय की वृद्धि और विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
इस अवसर पर ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सीईओ व संयुक्त प्रबंध निदेशक मनोज तुलसियान, फर्नीचर एंड फिटिंग्स स्किल काउंसिल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल मेहता, सूरजमल, दीपांकर खुराणा, आनंद खरे बतौर अतिथि उपस्थित रहे।
देश की सबसे बड़ी पर्यावरण-अनुकूल इंटीरियर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के रूप में ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज देश भर में कारपेंटरों के विशाल नेटवर्क द्वारा समर्थित सतत विकास में सबसे आगे बनी हुई है। ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज लिमिटेड देश भर में फैली चार अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाओं के साथ प्लाईवुड उद्योग में अग्रणी स्थिति में है। कंपनी घरेलू और वैश्विक बाजारों के लिए प्लाईवुड, एमडीएफ, ब्लॉक बोर्ड, फ्लश दरवाजे, विनियर और पीवीसी उत्पादों सहित विश्व स्तरीय इंटीरियर उत्पाद करती है। कंपनी की 27 राज्यों और 6 केंद्र शासित प्रदेशों के 1100 से अधिक शहरों, कस्बों और गांवों में व्यापक उपस्थिति है। ग्रीनप्लाई ने वित्त वर्ष 2011 में भारत की अपनी तरह की पहली ई- जीरो प्लाईवुड रेंज में अग्रणी बनने के लिए नवाचार को आगे बढ़ाया है।
हिंदुस्तान की शान अवार्ड से सम्मानित कारीगर
राष्ट्रीय विजेता – रविंद्र सुथार
ईस्ट जॉन से – महेश कुमार राणा
नॉर्थ जॉन से – गुलाम नबी
साऊथ जॉन से – राधेश्याम
वेस्ट जॉन से – कैलाश सुथार
वुड कार्विंग के लिए – सैंडल कुमार