वर्ल्ड वुड डे. लकड़ी की उपयोगिता का उत्सव
मुंबई। हमारी जिंदगी और इस दुनिया में लकड़ी का जो महत्व है उसे हममें से अधिकतर लोग नहीं पहचानते। लकड़ी एक अत्यंत महत्वपूर्ण संसाधन है जिसके कई पर्यावरणीय और स्वास्थ्य लाभ हैं क्योंकि यह नवीकरणीय होती है और इसका कार्बन फुटप्रिंट भी कम होता है।
विश्व स्तर पर प्रति वर्ष 21 मार्च को वर्ल्ड वुड डे मनाया जाता है। इस अवसर पर हमें इस बात पर गहराई से विचार करना चाहिए कि हमें इस अद्भुत प्राकृतिक संसाधन का खजाना क्यों संजोकर रखना चाहिए।
टिकाऊपन – लकड़ी के संदर्भ में इसका मतलब है कि जंगल हमारी भावी पीढ़ियों और यहां तक कि हमारे पोते-परपोते के आगे आने वाले समय में भी मौजूद होने चाहिए , ताकि वायुमंडल से कार्बन उत्सर्जन को अवशोषित कर सकें और आने वाले समय में हमारी वायु को स्वच्छ रखें एवं वन्यजीव के लिए स्वर्ग बना रहें। टिकाऊ लकड़ी टिकाऊ रूप से प्रबंधित जंगलों से आती है। यह नवीकरणीय है और यही कारण है कि वन प्रबंधक इस संसाधन के प्रति अल्पकालिक नहीं बल्कि दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाते हुए पारिस्थितिकी तंत्र, जलाशयों, वन्यजीवन और खुद पेड़ों को नुकसान से बचाने के लिए भूपरिदृश्य का प्रबंधन करते हैं।
स्वास्थ्य – लकड़ियों से प्राप्त होने वाला प्राकृतिक सुख और आराम लोगों के रक्तचाप और हृदय गति को स्वस्थ बनाये रखता है। तनाव और चिंता कम करता है और सकारात्मक सामाजिक पारस्परिक व्यवहार को बेहतर बनाता है। कमरे में रखे गये लकड़ी के उत्पाद आर्द्रता को कम करके भीतर की वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाते हैं। लकड़ी के कमरे और सामान के प्रभावों की जांच करने वाले अध्ययन स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करते हैं कि लकड़ी के सामिप्य के सकारात्मक शारीरिक और मनोवैज्ञानिक लाभ हैं जो बाहर प्रकृति के सान्निध्य में समय बिताने जैसा प्रभाव देता है।
खूबसूरती – लकड़ी सहज रूप से इंटीरियर स्पेस को आकर्षक और आरामदेह बनाती है। वॉल फिनिशेज और सतहों पर लकड़ी का उपयोग इसके स्वरूप और बनावट को निखारता है, जो इसकी गहनता और आयाम के संवर्धन के लिए अत्यावश्यक है। लकड़ी की सुंदरता ऐसी है कि यह हमारी सभी इंद्रियों को सुख, सुकून और आराम पहुंचाती है। इसकी सतह में स्पर्श-योग्य और लुभावनी शक्ति होती है, जबकि लकड़ी के रंगों की रेंज और अलग-अलग दानों की गहराई आंखों को सुख देती है। डिजाइन और निर्माण में इसका उपयोग प्राकृतिक है, जब हम लकड़ी से कोई निर्माण कार्य करते हैं तो ये सभी इंद्रिय बोध वाले तत्व उसमें मौजूद होते हैं। लकड़ी आवासीय और वाणिज्यिक क्षेत्रों में समान रूप से संरचनाओं के लिए सर्वोत्तम स्वरूप, अहसास और क्रियाशीलता वाले स्थानों के निर्माण में मदद करती है।
कैनेडियन वुड के कंट्री डायरेक्टर प्रणेश छिब्बर कहता हैं कि दुनिया भर के उपभोक्ता ग्लोबल वार्मिंग और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने को लेकर पर्यावरण के संरक्षण के प्रति जागरूक हो रहे हैं और लकड़ी के ऐसे उत्पादों की मांग कर रहे हैं जो लगातार प्रबंधित जंगलों से प्रमाणित लकड़ी से बने हों। कंपनियों ने भी लकड़ी के उत्पादों के निर्माण और बिक्री के क्रम में पर्यावरण के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित करना शुरू कर दिया है। देर से ही सही, भारतीय लकड़ी उद्योग भी टिकाऊ स्रोतों से प्राप्त सामग्री के उपयोग की दिशा में बढ़ने लगा है। कैनेडियन वुड टिकाऊ तरीके से प्रबंधित जंगलों से कानून सम्मत रूप से कटाई किये गये और प्रामाणिक लकड़ी को सक्रिय रूप से बढ़ावा देता है। और इसके लिए यह जागरूकता पैदा करता है और अपनी पांच विशिष्ट किस्मों, उनके गुणों एवं संभावित उपयोगों के बारे में वुडवर्किंग उद्योग को शिक्षित करता है। कैनेडियन वुड द्वारा प्रदत्त तकनीकी सहायता, मार्गदर्शन और सर्वोत्तम पद्धतियों को साझा किये जाने के चलते भारतीय वुडवर्किंग समुदाय इसके प्रति आकर्षित हो रहा है।