सामाजिक संस्थाओं ने धूमधाम से मनाया भगवान विश्वकर्मा का प्राकट्योत्सव
सामाजिक हित संस्थाओं का हो मूल उद्देश्य हो – टी. एस. विश्वकर्मा
फर्नीचर व्यवसाय में नए तकनीक की जरूरत – रामकुमार धीमान
मुंबई। भगवान विश्वकर्मा का प्राकट्य दिवस माघ शुक्ल त्रयोदशी को विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की ओर से धूमधाम के साथ मनाया गया। सुबह भगवान विश्वकर्मा के पूजन के साथ शुरू हुआ प्राकट्योत्सव में भजन संध्या, विचार गोष्ठी व भंडारे के साथ समापन हुआ।
विश्वकर्मा समिति मुंबई के तत्वाधान में भगवान विश्वकर्मा प्राकट्य दिवस सांताक्रुज कालीना स्थित विश्वकर्मा समिति हाल में भक्ति भाव के साथ मनाया गया। समारोह में बतौर अतिथि संस्था के पूर्व चेयरमैन अधिवक्ता टी. एस. विश्वकर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक संस्थाओं का मूल उद्देश्य समाज हित होना चाहिए। सामाजिक संस्थाओं को आर्थिक सहायता के रूप में दान देकर विकास कार्यों में सहभागिता की जा सकती है मगर दान स्वरूप दी गई निधि के बदले संस्था को अंगीकार कर लेना सही नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अब विश्वकर्मा समिति को चंदे की नहीं, बल्कि समर्पण और नि स्वार्थ त्याग की जरूरत है। टी. एस. विश्वकर्मा ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को हर क्षेत्र में सक्षम बनाने के लिए हमें शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है।
इस अवसर विश्वकर्मा वंशज विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। अखंड विश्वकर्मा ब्राह्मण महासभा के संस्थापक अध्यक्ष पं. संतोष आचार्य ने कहा कि विश्वकर्मा समाज में इंजीनियरिंग की विधा जन्म से ही भगवान विश्वकर्मा के आशीर्वाद से मिली है जिसमें कर्म की प्रधानता है। पांच प्रकार के शिल्पकर्मों लौहकार, काष्ठकार,ताम्रकार,मूर्तिकार व स्वर्णकार में निपुण ब्राह्मणों को पंच शिल्पी ब्राह्मण कहा जाता है। इन्हीं पांचाल ब्राह्मणों को संपूर्ण भारतवर्ष में विराट संदर्भ विश्वकर्मा वैदिक ब्राह्मण कहा जाता है।
इस अवसर पर संस्था के पूर्व महामंत्री मोतीलाल विश्वकर्मा, मनपा के वरिष्ठ निरीक्षक अजय विश्वकर्मा, राधेश्याम विश्वकर्मा, लल्लूराम विश्वकर्मा, मेवालाल विश्वकर्मा ने सामाजिक एकता पर विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन गंगाराम विश्वकर्मा ने किया।
श्री विश्वकर्मा फाउंडेशन की ओर से मीरा रोड ( पूर्व ) स्थित काजल ग्राऊंड में भगवान विश्वकर्मा प्राकट्य दिवस मनाया गया। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष राकेश विश्वकर्मा ने कहा कि भवन निर्माता सीमेंट ईंट से चारदीवारी बनाते हैं, लेकिन उस चारदीवारी को घर विश्वकर्मा समाज बनाता है। संस्था की ओर से समारोह में उपस्थित विधायक गीता जैन, पूर्व भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता, भाजपा जिलाध्यक्ष रवि व्यास, पत्रकार अनिल तिवारी, सेवालाल विश्वकर्मा, सुरेश, रामविलास, आद्या प्रसाद, चंद्रकांत, सीए हेमंत शर्मा सहित कई गणमान्यों को सम्मानित किया गया।
श्री विश्वकर्मा सेवा समिति की ओर से घाटकोपर ( पश्चिम ) स्थित परेरा कंपाउंड में
श्री विश्वकर्मा प्राकट्योत्सव मनाया गया। समारोह को पूर्व कैबिनेट मंत्री, महाराष्ट्र प्रदेश काँग्रेस कार्याध्यक्ष मो. आरिफ ( नसीम ) खान ने संबोधित किया। इस अवसर पर समाजसेवी केशव विश्वकर्मा,पप्पू शर्मा, भरत, राधेश्याम, सरजू,ओमप्रकाश, संतराम आदि सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
श्री विश्वकर्मा प्राकट्य उत्सव के उपलक्ष्य में नवजीवन श्री विश्वकर्मा सेवा समिति की ओर से बाइक रैली का आयोजन कर जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की गई।
श्री विश्वकर्मा विकास समिति गोरेगांव की ओर से प्रेम नगर स्थित भगवान विश्वकर्मा मार्ग पर श्री विश्वकर्मा जयंती समारोह का आयोजन किया गया। सुबह 10 बजे पूजा ततपश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम व सामाजिक गोष्ठी में सामाजिक एकता पर वक्ताओं ने विचार रखे।
श्री विश्वकर्मा वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से सार्वजनिक श्री विश्वकर्मा प्राकट्योत्सव का आयोजन कांदिवली ( पूर्व ) स्थित वडार पाड़ा रोड नंबर 1, हनुमान नगर के श्री विश्वकर्मा मंदिर में की गई। सुबह 10 बजे पूजा के बाद सुंदरकांड व भजन कीर्तन का आयोजन किया गया।
जम्मू में श्री विश्वकर्मा प्रकट दिवस के अवसर पर श्री विश्वकर्मा लाइब्रेरी, न्यू प्लाट में एक मिलन समारोह आयोजित हुआ, जिसमें आरती और लड्डू प्रसाद वितरण के साथ तेरशा गांव की निवासी कमला देवी ने लाइब्रेरी को दो फुट ऊंची पीतल की एक ज्योति दान की। इस कार्यक्रम में राज चलोत्रा, जोगिंदर अंगोत्रा, बलवंत कटारिया, सुमन लता, शामिली कटारिया, ह्रितिक मल्गोत्रा, पप्पू विर्धी, सुषमा कुमारी, रवि कटारिया, मीनाक्षी धीमान, दिव्यांश धीमान आदि उपस्थित रहे। लाइब्रेरी के इंचार्ज जोगिंदर अंगोत्रा ने कहा कि लाइब्रेरी सामाजिक चेतना के लिए संघर्षरत है जिसके नतीजे भी आना शुरू हो गये हैं।
हरियाणा, यमुना नगर के जगाधरी में कारपेंटर उद्योग व्यापार मंडल ने भगवान विश्वकर्मा का प्राकट्योत्सव का आयोजन किया। जगाधरी में श्री विश्वकर्मा चौक पर आयोजित समारोह में भगवान विश्वकर्मा पूजन के बाद सामाजिक चर्चा सत्र का आयोजन हुआ। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि रामकुमार धीमान ने कहा कि कारीगर भाइयों को फर्नीचर व्यवसाय में निरंतर प्रगति के लिए नए तकनीक के साथ आगे बढ़ना होगा। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी ओमपाल धीमान, कमल धीमान, मंगा राम, जसबीर सिंह प्रधान, हरदीप सिंह, सुरजीत, विजेंद्र, सुरेश, संजीव, राजेश, रविंदर आदि ने भी विचार रखे। श्री विश्वकर्मा प्राकट्योत्सव के अवसर पर संस्था की ओर से आयोजित भंडारा में बड़ी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
मालेगांव में विश्वकर्मा मंडल सुतार लोहार संघ व विश्वकर्मा विराट संघ संस्था की ओर से श्री विश्वकर्मा जयंती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर चर्चा सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
सांगली में विश्वकर्मा पांचाल समाज संस्था की ओर से श्री विश्वकर्मा जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया। कालिका मंदिर में आयोजित समारोह में श्री कालिका देवी महिला मंडल ने भजन गीत प्रस्तुत किया।
संगमनेर में श्री विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर सुतार गली के भगवान विश्वकर्मा मंदिर में प्रबोधन हभप कल्याण महाराज शिंदे ने मौलिक प्रबोधन करते हुए कहा कि ईश्वर सत्य है। हमें सत्य के पक्ष में रहना चाहिए। अच्छे कर्म करें, युवाओं को भी सामाजिक कार्यों में भाग लेना चाहिए। महाराज ने समझाया कि कैसे विज्ञान और अध्यात्म एक दूसरे के पूरक हैं। साहित्यिक प्र. के. अत्रे के हास्य भरे चुटकुले सुनाकर रसिकजन का दिल जीत लिया। नई पीढ़ी को अपनी पारंपरिक कला से अवगत कराने व इस कला को संरक्षित करने के लिए सुतार और लुहारों के पारंपरिक औजारों की प्रदर्शनी लगाई गई। संतोष गोरे व देवीदास गोरे ने औजारों के बारे में जानकारी दी।
यवतमाल जिले के पुसद शहर में स्थित धनकेश्वर संस्थान में भगवान विश्वकर्मा प्राकट्योत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाई गई। प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी विश्वकर्मा समाज के लोगों ने उत्साह के साथ बढ़ चढ़ कर समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर पुसद के विश्वकर्मा मंदिर में शाम के समय हरि रामायण मंडल की ओर से संगीतमय सुंदरकांड का आयोजन किया गया। मंडल के लोगों ने विश्वकर्मा भगवान के भजन प्रस्तुत कर उनके गुण गौरव का गान किया। सुबह होम, हवन यज्ञ व धार्मिक अनुष्ठान के बाद आरती की गई, दोपहर में विश्वकर्मा भगवान के महाप्रसाद का आयोजन किया गया।